Friday, November 15, 2024

ANNAM POURED ( OM )M

ஸ்ரீ குரு பரிகார ஸ்தலமான முன்னூர் ஸ்ரீ பிரகன் நாயகி சமேத ஶ்ரீஆடவல்லீஸ்வரர் திருக்கோயிலில் அன்னாபிஷேகம் முன்னிட்டு ஐப்பசி மாதம் 29ம் நாள் (15/11/2024) வெள்ளிக்கிழமை சிறப்பு அபிஷேகம் மற்றும் ஆராதனை நடைபெற்றது.🙏🙏 🙏

Thursday, November 14, 2024

Jagadguru Sri Vidhushekhara Bharati Visit Tirumala | శ్రీవారి సేవలో జగద్...

தரிசனம் செய்தேன் ( DIVYA DARSAN

உடனட
நேற்று ஆற்காடு ரோடு மீனாட்சி காலேஜ் காம்பஸில் உள்ள சர்தாம் பால் கோவில் கும்பாபிஷேகம் சிருங்கேரி மகா சன்னிதானம் ஜூனியர் சன்னிதானம் வி து சேகர பாரதி திருக்கரகளால் குடமுழுக்கு செய்யப்பட்டது உடனடியாக தங்கள் பிருந்தாவன நியூஸ் பிரதிநிதி ஆகிய நான் அம்பாளையும் கணபதியையும் வெங்கடாஜலபதியையும் தரிசனம் செய்தேன் நீங்களும் செய்யலாமே இந்த டிஜிட்டல் மூலமாக

Saturday, November 9, 2024

Friday, November 8, 2024

भारत में मोदी सरकार जब देश में 2014 पहली बार बनी तो उसके बाद सर्वप्रथम देश के गरीब बुजुर्ग – माताओं बहनो के लिए बीजेपी सरकार द्वारा ऐतिहासिक फैसला लिया गया इस फैसले में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल पेंशन योजना का आरंभ किया गया। इस फैसले से भारत के हर राज्य -गाँव तक के प्रत्येक वर्ग के लोगो तक इस पेंशन का लाभ पहुंचने लगा आईये जानते है अटल पेंशन योजना के लाभ और कैसे आप इस योजना का लाभ ले सकते है। सरकारी नोकरी में अक्सर आपने देखा होगा की किसी व्यक्ति को 60 साल सरकारी नोकरी करने के पश्चात उसको पेंशन मिलना शूरू होती है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को 18 वर्ष से 40 वर्ष की आयु के बीच निवेश करना होता है। निवेश के दौरान लाभार्थियों को इस योजना के माध्यम से ₹1000 से लेकर ₹5000 की मासिक पेंशन प्रदान की जाती है। पेंशन की राशि लाभार्थियों के द्वारा किए गए निवेश एवं उनकी आयु को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाती है। इसके अलावा असामयिक मृत्यु की दशा में लाभार्थी के परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाता है। हाल ही में अटल पेंशन योजना से जुड़े खाताधारकों के लिए पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी पीएफआरडीए ने एक नई सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के अनुसार अब एनपीएस के खाताधारक अपना अंशदान यूपीआई यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस के माध्यम से कर सकते हैं। पहले एनपीएस के खाताधारक केवल नेट बैंकिंग के माध्यम से ही अपना अंशदान जमा कर सकते थे। अब अंशदान करना नेशनल स्किम के तहत और भी सरल हो जायेगा क्योंकि यूपीआई पेमेंट सिस्टम एक “रियल टाइम पेमेंट प्रोसेस है जो उसी समय अनुरूप कार्य करती है। इस प्रोसेसिंग के अनुसार खाताधारक एक खाते से दूसरे खाते में चंद मिनटों में पैसे ट्रांसफर कर सकता है यह सुविधा भारत में बढ़ते डीजीटाईलेशन को लेकर प्रदान की गई है। अटल योजना में आपको मिलेगा कर लाभ अटल पेंशन योजना के लाभ की बात करे तो यह असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को पेंशन प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया था। इस योजना का मुख्य माध्यम ₹1000 से लेकर ₹5000 की पेंशन प्रतिमाह 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर आवेदक के निवेश के अनुसार प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत अब ग्राहकों को कर लाभ भी प्रदान किए जाएंगे। गौरतलब है की इसकी जानकारी पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा ट्वीट के माध्यम से प्रदान की गई है। इस ट्वीट में यह बताया गया है कि वह सभी आयकर दाता जो 18 से 40 वर्ष की आयु के भीतर आते हैं वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और इसी के साथ आयकर अधिनियम के सेक्शन 80CCD (1b) के अंतर्गत इस योजना में किए गए योगदान पर भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अटल पेंशन योजना में ध्यान रखने योग्य बाते यहाँ पेंशन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ग्राहक का सेविंग बैंक अकाउंट या पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है। वही अटल पेंशन योजना को आधार एक्ट के सेक्शन 7 में भी शामिल कर लिया गया है। वह सभी नागरिक जो इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उनको अपनी आधार संख्या का प्रमाण प्रस्तुत जो की किसी भी खातेधारक की अपनी पहचान होगी वही या फिर आधार प्रमाणीकरण के अंतर्गत नामांकन से गुजरना होगा। अटल पेंशन योजना निकासी कैसे कर सकते है। अटल पेंशन योजना में 60 वर्ष पूरे होने के बाद अटल पेंशन योजना से ग्राहक निकासी कर सकता है। इस स्थिति में ग्राहक को पेंशन निकासी के बाद पेंशन प्रदान की जाएगी। जो सब्सक्राइबर है उसकी आपातकालीन मृत्यु की स्थिति में मृत्यु हो जाती है तो पेंशन की राशि सब्सक्राइब के पति या पत्नी को प्रदान की जाएगी। वही ऐसी स्थिति में यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन उनके नॉमिनी को लौटा दिया जाएगा। इस योजना में 60 वर्ष की आयु से पहले निकासी नहीं कर सकते और ना नियम अनुसार पहले निकासी की अनुमति है।सरकार के द्वारा असाधारण परिस्थितियों में विभाग द्वारा इसकी अनुमति दी गई है। अटल पेंशन योजना के अंतर्गत डिफॉल की स्थिति में शुल्क 100रु प्रति माह तक के कंट्रीब्यूशन के लिए = ₹1 101रु से रु 500 प्रति माह के कंट्रीब्यूशन के लिए= ₹2 501रु से रु 1000 प्रति माह के कंट्रीब्यूशन के लिए= ₹5 1001रु से ऊपर जो कंट्रीब्यूशन होगा उसके लिए = ₹10 अटल पेंशन योजना में निवेश का होगा बड़ा फायदा अटल पेंशन योजना के अंतर्गत अगर कोई व्यक्ति रोज़ाना 7 रूपये बचाकर महीने का 210 रूपये का निवेश करता है तो वह सालाना 60 हज़ार रूपये तक पेंशन प्राप्त कर सकते है यह निवेश व्यक्ति को 18 वर्ष की आयु से करना होगा | अटल योजना की खास बात की बात करे तो यहाँ इनकम टेक्स एक्ट के सेक्शन 80 के तहत निवेश करने पर टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है जो काफी लाभदायक है | यह योजना राष्ट्रीय पेंशन योजना के ज़रिये पेंशन फण्ड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही है | इस योजना के यदि आप लाभार्थी बनना चाहते है तो आप इसके लिए आवेदन कर सकते है। अटल पेंशन योजना – विशेषताएं भारत सरकार की अटल पेंशन योजना सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए इसकी शुरुआत की गयी है। जो की भारत सरकार का उद्देश्य है की भारत के सभी नागरिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद आय का एक स्थिर प्रवाह प्रदान करना है। जहां कोई भी बुजुर्ग महिला – पुरुष अपने जीवन की पूंजी को निवेश कर अच्छा जीवन यापन कर सकते है यह राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) ढांचे पर आधारित है। शाखा द्वारा ग्राहक को तुरंत स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (PRAN) प्रदान की जाएगी। उम्र के शुरुआती चरण में एपीवाई योजना में शामिल होने वाले ग्राहकों को बाद की उम्र में शामिल होने वाले ग्राहकों की तुलना में कम मासिक सदस्यता राशि का भुगतान करना होगा जो की नियम अनुसार प्रेषित है। ऑनलाइन ऐसे करे आवेदन eAPY में नए यूजर्स भी अप्लाई कर सकते हैं। बता दें कि नए यूजर्स आधार आधारित केवाईसी, ऑनलाइन आधारित केवाईसी और वर्चुअल आईडी के जरिये आवेदन कर सकते हैं। 1 – आपको सबसे पहले अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर लॉग-इन करना होगा। इसके बाद आपको कस्टमर सर्विस पर क्लिक करना है। 2 -अब सर्विस रिक्वेस्ट को सेलेक्ट करें। फिर बैंक अकाउंट सेक्शन में जाकर अटल पेंशन स्कीम में एनरोल करें। इसके बाद आपको सभी जरूरी जानकारी भरनी होगी और सबमिट करना होगा इस तरह आपका अटल पेंशन योजना का अकाउंट ओपन हो जाएगा। हालांकि, eAPY से रजिस्ट्रेशन करते वक्त यूजर्स को कुछ बातों का ध्यान देना होगा। इन बातों का रखें ध्यान eAPY रजिस्ट्रेशन में आपके बैंक रिकॉर्ड मैच होने चाहिए। अटल पेंशन योजना की पहली किस्त भरने के लिए सेविंग अकाउंट में बैलेंस होना चाहिए। आधार कार्ड (Aadhaar Card) में दिया नाम और डेट ऑफ बर्थ सही होना चाहिए। FAQs:- 1. क्या है अटल पेंशन योजना? उत्तर: अटल पेंशन योजना एक सरकारी योजना है जो भारतीय नागरिकों को उम्रदराज बुजुर्गों के लिए सालाना पेंशन प्रदान करती है। इसका उद्देश्य उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है। 2. कौन कौन से लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं? उत्तर: अटल पेंशन योजना का लाभ 18 से 40 वर्ष की आयु के भीतर आने वाले लोग ले सकते हैं। 3. कितनी पेंशन मिलेगी? उत्तर: पेंशन की राशि आपके निवेश और आयु के आधार पर निर्धारित की जाती है। यह राशि ₹1000 से ₹5000 तक हो सकती है। 4. निवेश करने का तरीका क्या है? उत्तर: अटल पेंशन योजना में निवेश करने के लिए आपको अपने बैंक खाते से निकाला गया धन निवेश करना होगा। 5. क्या पेंशन निकासी की प्रक्रिया है? उत्तर: जब आपकी आयु 60 वर्ष पूरी हो जाती है, तो आप पेंशन का लाभ उठा सकते हैं। 6. क्या यह पेंशन विभिन्न वित्तीय संस्थाओं में निवेश कर सकते हैं? उत्तर: हां, आप अपनी पसंदीदा वित्तीय संस्थाओं में निवेश कर सकते हैं। 7. क्या यह पेंशन किसी अन्य पेंशन योजना के साथ संगत है? उत्तर: हां, यह पेंशन अन्य पेंशन योजनाओं के साथ संगत है, जैसे राष्ट्रीय पेंशन योजना। 8. क्या नागरिकता की आवश्यकता है इस योजना का लाभ उठाने के लिए? उत्तर: हां, इस योजना का लाभ उठाने के लिए भारतीय नागरिक होना आवश्यक है। 9. क्या यह पेंशन योजना किसी निश्चित धार्मिक या जाति से संबंधित है? उत्तर: नहीं, यह पेंशन योजना सभी धार्मिक और जातियों के लिए उपलब्ध है। 10. क्या यह पेंशन योजना केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए है? उत्तर: नहीं, अटल पेंशन योजना सभी स्वतंत्र कामकाजी लोगों के लिए है, चाहे वह सरकारी कर्मचारी हों या नहीं।

भारत में मोदी सरकार जब देश में 2014 पहली बार बनी तो उसके बाद सर्वप्रथम देश के गरीब बुजुर्ग – माताओं बहनो के लिए बीजेपी सरकार द्वारा ऐतिहासिक फैसला लिया गया इस फैसले में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल पेंशन योजना का आरंभ किया गया। इस फैसले से भारत के हर राज्य -गाँव तक के प्रत्येक वर्ग के लोगो तक इस पेंशन का लाभ पहुंचने लगा आईये जानते है अटल पेंशन योजना के लाभ और कैसे आप इस योजना का लाभ ले सकते है। सरकारी नोकरी में अक्सर आपने देखा होगा की किसी व्यक्ति को 60 साल सरकारी नोकरी करने के पश्चात उसको पेंशन मिलना शूरू होती है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को 18 वर्ष से 40 वर्ष की आयु के बीच निवेश करना होता है। निवेश के दौरान लाभार्थियों को इस योजना के माध्यम से ₹1000 से लेकर ₹5000 की मासिक पेंशन प्रदान की जाती है। पेंशन की राशि लाभार्थियों के द्वारा किए गए निवेश एवं उनकी आयु को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाती है। इसके अलावा असामयिक मृत्यु की दशा में लाभार्थी के परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाता है। हाल ही में अटल पेंशन योजना से जुड़े खाताधारकों के लिए पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी पीएफआरडीए ने एक नई सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के अनुसार अब एनपीएस के खाताधारक अपना अंशदान यूपीआई यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस के माध्यम से कर सकते हैं। पहले एनपीएस के खाताधारक केवल नेट बैंकिंग के माध्यम से ही अपना अंशदान जमा कर सकते थे। अब अंशदान करना नेशनल स्किम के तहत और भी सरल हो जायेगा क्योंकि यूपीआई पेमेंट सिस्टम एक “रियल टाइम पेमेंट प्रोसेस है जो उसी समय अनुरूप कार्य करती है। इस प्रोसेसिंग के अनुसार खाताधारक एक खाते से दूसरे खाते में चंद मिनटों में पैसे ट्रांसफर कर सकता है यह सुविधा भारत में बढ़ते डीजीटाईलेशन को लेकर प्रदान की गई है। अटल योजना में आपको मिलेगा कर लाभ अटल पेंशन योजना के लाभ की बात करे तो यह असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को पेंशन प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया था। इस योजना का मुख्य माध्यम ₹1000 से लेकर ₹5000 की पेंशन प्रतिमाह 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर आवेदक के निवेश के अनुसार प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत अब ग्राहकों को कर लाभ भी प्रदान किए जाएंगे। गौरतलब है की इसकी जानकारी पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा ट्वीट के माध्यम से प्रदान की गई है। इस ट्वीट में यह बताया गया है कि वह सभी आयकर दाता जो 18 से 40 वर्ष की आयु के भीतर आते हैं वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और इसी के साथ आयकर अधिनियम के सेक्शन 80CCD (1b) के अंतर्गत इस योजना में किए गए योगदान पर भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अटल पेंशन योजना में ध्यान रखने योग्य बाते यहाँ पेंशन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ग्राहक का सेविंग बैंक अकाउंट या पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है। वही अटल पेंशन योजना को आधार एक्ट के सेक्शन 7 में भी शामिल कर लिया गया है। वह सभी नागरिक जो इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उनको अपनी आधार संख्या का प्रमाण प्रस्तुत जो की किसी भी खातेधारक की अपनी पहचान होगी वही या फिर आधार प्रमाणीकरण के अंतर्गत नामांकन से गुजरना होगा। अटल पेंशन योजना निकासी कैसे कर सकते है। अटल पेंशन योजना में 60 वर्ष पूरे होने के बाद अटल पेंशन योजना से ग्राहक निकासी कर सकता है। इस स्थिति में ग्राहक को पेंशन निकासी के बाद पेंशन प्रदान की जाएगी। जो सब्सक्राइबर है उसकी आपातकालीन मृत्यु की स्थिति में मृत्यु हो जाती है तो पेंशन की राशि सब्सक्राइब के पति या पत्नी को प्रदान की जाएगी। वही ऐसी स्थिति में यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है तो पेंशन उनके नॉमिनी को लौटा दिया जाएगा। इस योजना में 60 वर्ष की आयु से पहले निकासी नहीं कर सकते और ना नियम अनुसार पहले निकासी की अनुमति है।सरकार के द्वारा असाधारण परिस्थितियों में विभाग द्वारा इसकी अनुमति दी गई है। अटल पेंशन योजना के अंतर्गत डिफॉल की स्थिति में शुल्क 100रु प्रति माह तक के कंट्रीब्यूशन के लिए = ₹1 101रु से रु 500 प्रति माह के कंट्रीब्यूशन के लिए= ₹2 501रु से रु 1000 प्रति माह के कंट्रीब्यूशन के लिए= ₹5 1001रु से ऊपर जो कंट्रीब्यूशन होगा उसके लिए = ₹10 अटल पेंशन योजना में निवेश का होगा बड़ा फायदा अटल पेंशन योजना के अंतर्गत अगर कोई व्यक्ति रोज़ाना 7 रूपये बचाकर महीने का 210 रूपये का निवेश करता है तो वह सालाना 60 हज़ार रूपये तक पेंशन प्राप्त कर सकते है यह निवेश व्यक्ति को 18 वर्ष की आयु से करना होगा | अटल योजना की खास बात की बात करे तो यहाँ इनकम टेक्स एक्ट के सेक्शन 80 के तहत निवेश करने पर टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है जो काफी लाभदायक है | यह योजना राष्ट्रीय पेंशन योजना के ज़रिये पेंशन फण्ड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही है | इस योजना के यदि आप लाभार्थी बनना चाहते है तो आप इसके लिए आवेदन कर सकते है। अटल पेंशन योजना – विशेषताएं भारत सरकार की अटल पेंशन योजना सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए इसकी शुरुआत की गयी है। जो की भारत सरकार का उद्देश्य है की भारत के सभी नागरिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद आय का एक स्थिर प्रवाह प्रदान करना है। जहां कोई भी बुजुर्ग महिला – पुरुष अपने जीवन की पूंजी को निवेश कर अच्छा जीवन यापन कर सकते है यह राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) ढांचे पर आधारित है। शाखा द्वारा ग्राहक को तुरंत स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (PRAN) प्रदान की जाएगी। उम्र के शुरुआती चरण में एपीवाई योजना में शामिल होने वाले ग्राहकों को बाद की उम्र में शामिल होने वाले ग्राहकों की तुलना में कम मासिक सदस्यता राशि का भुगतान करना होगा जो की नियम अनुसार प्रेषित है। ऑनलाइन ऐसे करे आवेदन eAPY में नए यूजर्स भी अप्लाई कर सकते हैं। बता दें कि नए यूजर्स आधार आधारित केवाईसी, ऑनलाइन आधारित केवाईसी और वर्चुअल आईडी के जरिये आवेदन कर सकते हैं। 1 – आपको सबसे पहले अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर लॉग-इन करना होगा। इसके बाद आपको कस्टमर सर्विस पर क्लिक करना है। 2 -अब सर्विस रिक्वेस्ट को सेलेक्ट करें। फिर बैंक अकाउंट सेक्शन में जाकर अटल पेंशन स्कीम में एनरोल करें। इसके बाद आपको सभी जरूरी जानकारी भरनी होगी और सबमिट करना होगा इस तरह आपका अटल पेंशन योजना का अकाउंट ओपन हो जाएगा। हालांकि, eAPY से रजिस्ट्रेशन करते वक्त यूजर्स को कुछ बातों का ध्यान देना होगा। इन बातों का रखें ध्यान eAPY रजिस्ट्रेशन में आपके बैंक रिकॉर्ड मैच होने चाहिए। अटल पेंशन योजना की पहली किस्त भरने के लिए सेविंग अकाउंट में बैलेंस होना चाहिए। आधार कार्ड (Aadhaar Card) में दिया नाम और डेट ऑफ बर्थ सही होना चाहिए। FAQs:- 1. क्या है अटल पेंशन योजना? उत्तर: अटल पेंशन योजना एक सरकारी योजना है जो भारतीय नागरिकों को उम्रदराज बुजुर्गों के लिए सालाना पेंशन प्रदान करती है। इसका उद्देश्य उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है। 2. कौन कौन से लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं? उत्तर: अटल पेंशन योजना का लाभ 18 से 40 वर्ष की आयु के भीतर आने वाले लोग ले सकते हैं। 3. कितनी पेंशन मिलेगी? उत्तर: पेंशन की राशि आपके निवेश और आयु के आधार पर निर्धारित की जाती है। यह राशि ₹1000 से ₹5000 तक हो सकती है। 4. निवेश करने का तरीका क्या है? उत्तर: अटल पेंशन योजना में निवेश करने के लिए आपको अपने बैंक खाते से निकाला गया धन निवेश करना होगा। 5. क्या पेंशन निकासी की प्रक्रिया है? उत्तर: जब आपकी आयु 60 वर्ष पूरी हो जाती है, तो आप पेंशन का लाभ उठा सकते हैं। 6. क्या यह पेंशन विभिन्न वित्तीय संस्थाओं में निवेश कर सकते हैं? उत्तर: हां, आप अपनी पसंदीदा वित्तीय संस्थाओं में निवेश कर सकते हैं। 7. क्या यह पेंशन किसी अन्य पेंशन योजना के साथ संगत है? उत्तर: हां, यह पेंशन अन्य पेंशन योजनाओं के साथ संगत है, जैसे राष्ट्रीय पेंशन योजना। 8. क्या नागरिकता की आवश्यकता है इस योजना का लाभ उठाने के लिए? उत्तर: हां, इस योजना का लाभ उठाने के लिए भारतीय नागरिक होना आवश्यक है। 9. क्या यह पेंशन योजना किसी निश्चित धार्मिक या जाति से संबंधित है? उत्तर: नहीं, यह पेंशन योजना सभी धार्मिक और जातियों के लिए उपलब्ध है। 10. क्या यह पेंशन योजना केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए है? उत्तर: नहीं, अटल पेंशन योजना सभी स्वतंत्र कामकाजी लोगों के लिए है, चाहे वह सरकारी कर्मचारी हों या नहीं।

Tuesday, November 5, 2024

V.P Arrived ( DKS RECEIVED

Golden jubilee of becoming Sanyasi of Bharathi Teertha Swamiji of Sringeri - Lakhs of devotees chant en masse Namah Shivaya Stotra at Palace Grounds. "Source of happiness is to walk in the path of truth" - Vice President Jagdeep Dhankar Bengaluru, October 26: "Hindu culture is all inclusive; we should not see divisiveness in God; the source of happiness is not wealth but to walk in the path of truth will get real happiness" said Vice President of India Jagdeep Dhankar here on Saturday. The Vice President was speaking at the Mass rendition of Shivaya Stotra by over 2 lakh devotees, mostly women, at the sprawling Bangalore Palace Grounds to mark the Golden Jubilee of Bharathi Teertha Swami of Sringeri Mutt embracing Sanyaas. The event was conceived and blessed by Shankaracharya Sri Shankara Bharathi Swami, the seer of Yadathore Sri Yoganandeshwara Saraswathi Mutt. The programme was aptly titled as "Suvarna Bharathi" The sheer size and scale of the programme and the unity as well as the discipline got it registered in the India Book of Records. Jagdeep Dhankar further said that the concept of service to the poor and downtrodden - Daridranarayan - is very deep in the Indian psyche. "We are the people who see god in poor people. It means helping the poor," the Vice President added. According to Jagdeep Dhankar it was only in India Unity in Diversity is seen and experienced. India is a land for humanity. "We all need to practice and follow the philosophy propounded by Adi Shankaracharya," the Vice President said. He further said that India was the repository of rich cultural heritage. We have faced many challenges and continue to face them even today. "By facing these challenges with unity and determination, we need to protect our Dharma, Culture and tradition," Jagdeep Dhankar explained. "India has shown to the world what inclusivity is by practicing equality, non-violence and unity. India has given birth to many religions. I am completely mesmerized after listening to the mass chanting of these stotras. It was soothing to my mind. This event will further strengthen the link of our Indian culture. Sanatana Dharma is known for patience, tolerance and welfare of all. We think and work for the welfare of others," the Vice President opined. In his speech, Deputy Chief Minister D. K. Shivakumar said Bharathi Theertha Swamiji has worked for the protection of Dharma. "We all have been a part of the sea of devotion. There may be failure in our efforts but our prayers will not fail. The Sringeri Mutt is striving to protect and safeguard Dharma. The entire government is in solidarity of the Mutt. The Sringeri Mutt had maintained its respect by involving people-oriented service activities," Shivakumar added. Shivakumar further said that irrespective of dharma, the philosophy is the same; irrespective of the names, God is one; irrespective of the duties, the commitment is the same; God is one, people call by different names. "My relationship with Sringeri Mutt is that of Guru and Devotee," the Deputy Chief Minister added. According to Shivakumar, Bharathi Teertha Swami ji has been serving Desha and Dharma for the last five decades. We are fortunate to be moving ahead under his guidance. "His preachings are always soothing to the mind," the Deputy Chief Minister said. Senior Advocate Ashok Harnahalli read out the message of Prime Minister Narendra Modi. In his message, Modi said Adi Shankaracharya had dedicated his life for the cause of knowledge and various other problems. Sri Sri Bharathi Teertha Swami, who has completed 50 years of his ascension to Sringeri Peetha, has been explaining to the people lucidly the most intricate aspects of spirituality. Union Minister Pralhad Joshi, in his speech, said Adi Shankaracharya was the first philosopher who declared equality among all human beings to the world. Practice will always be ideal for everyone. "Bharathi Teertha Swami ji has been an ideal to everyone by practicing what he has been preaching," Joshi added. The mass rendition of Shivaya Stotra has been registered by the India Book of Records. Speaking after receiving the certificates from India Book of Records, Sri Vidushekhara Bharathi, the junior pontiff of Sringeri Mutt said, "If Hindu Dharma survives, all other religions in the world will survive. We all need to walk ahead in unity to protect Hindu Dharma. Sri Shankara Bharathi Swami ji has been rendering yeoman service to the cause of Dharma without any fanfare. I am extremely happy to take part in this magnificent event. Sri Brahmananda Swami ji has been closely following Shankara Bharathi Swamiji. Vedanta Bharathi is known for its commitment to the cause." Apart from Brahmananda Swamiji, many dignitaries were present on the occasion. EOM

Sunday, November 3, 2024

கரைமேல் அழகி

நமக்கு மற்றும் பக்தர்களுக்கு கரைமேல் அழகி மற்றும் சாஸ்தா துணை உண்டு